प्रयागराज को मिली बड़ी सौगात: यूपी का पहला बायो-CNG प्लांट शुरू, ग्रीन एनर्जी को मिलेगा बढ़ावा

प्रयागराज को मिली बड़ी सौगात: यूपी का पहला बायो-CNG प्लांट शुरू, ग्रीन एनर्जी को मिलेगा बढ़ावा

लाइव न्यूज़ एक्सप्रेस

लेखक: लाइव न्यूज़ एक्सप्रेस टीम

प्रयागराज। पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयागराज को एक बड़ी सौगात मिली है। उत्तर प्रदेश का पहला बायो-CNG प्लांट अब प्रयागराज में शुरू हो गया है। यह अत्याधुनिक प्लांट नैनी के पास अरैल इलाके में स्थापित किया गया है, जो शहर की गंदगी को अब ऊर्जा में बदलेगा।

क्या है बायो-CNG प्लांट?

बायो-CNG प्लांट एक ऐसा संयंत्र होता है जिसमें शहर के कचरे, गोबर और जैविक अवशेषों से गैस बनाई जाती है। इसे कंप्रेस कर कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) में बदला जाता है, जो ईंधन के रूप में वाहनों में इस्तेमाल होता है।

रोजाना 100 टन कचरा होगा उपयोग

इस प्लांट की क्षमता रोजाना 100 टन गीले कचरे को संसाधित करने की है। इससे प्रतिदिन लगभग 5,000 किलोग्राम बायो-CNG का उत्पादन किया जाएगा। यह गैस शहर के ऑटो रिक्शा, बस और अन्य वाहनों को प्रदूषण मुक्त चलाने में मदद करेगी।

रोज़गार और स्वच्छता दोनों को मिलेगा बल

इस परियोजना से जहां एक ओर स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, वहीं दूसरी ओर शहर की सफाई व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। कचरे का वैज्ञानिक उपयोग होने से स्वच्छ भारत मिशन को भी बढ़ावा मिलेगा।

पर्यावरण को मिलेगा लाभ

इस प्लांट के संचालन से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी, जिससे पर्यावरण को भारी लाभ पहुंचेगा। यह प्लांट पूरी तरह से ग्रीन टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जिससे जल, वायु और भूमि को कोई हानि नहीं होगी।

अधिकारी बोले: देश के लिए मील का पत्थर

नगर निगम और संबंधित विभागों के अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज का यह बायो-CNG प्लांट उत्तर प्रदेश में पहला और देश के लिए एक मॉडल प्रोजेक्ट है। इससे दूसरे शहरों को भी स्वच्छता और हरित ऊर्जा की दिशा में प्रेरणा मिलेगी।

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