इंजेक्शन लगाने के बाद युवक की मौत, अवैध अस्पतालों पर सवाल
लेखक: स्पेशल डेस्क प्रयागराज
मेजा, प्रयागराज। सिरसा पुलिस चौकी क्षेत्र के रमकियान मोहल्ला में मंगलवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई। मां विंध्यवासिनी चैरिटेबल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। आरोप है कि अस्पताल के बंगाली डाक्टर द्वारा लगाए गए इंजेक्शन से युवक की मौत हुई, जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान सिरसा बाजार के बभनौटी मोहल्ला निवासी अजीत कुमार निषाद उर्फ शनि (पुत्र रामबाबू निषाद) के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही मेजा थाने के प्रभारी निरीक्षक मनीष जायसवाल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि जांच-पड़ताल की जा रही है और लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, विवादित बंगाली डाक्टर पहले मेजारोड बाजार में भी अस्पताल संचालित करता था। वहां भी कथित गलत इलाज और इंजेक्शन के चलते कई मरीजों की जान जाने की बातें सामने आ चुकी हैं। लोगों का आरोप है कि डाक्टर की लापरवाही अब तक कई परिवारों पर भारी पड़ चुकी है। ग्रामीणों और सूत्रों ने यह भी आरोप लगाया कि जिले के स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से ऐसे अवैध अस्पताल धड़ल्ले से चल रहे हैं। कई बार मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने विरोध-प्रदर्शन भी किया, लेकिन कार्रवाई न होने से अवैध अस्पतालों का संचालन जारी है। फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना से क्षेत्र में गुस्सा और आक्रोश का माहौल है।