जिला पंचायत चुनाव में अधिवक्ता के उतरने से बढ़ीं हलचल, मांडा द्वितीय वार्ड में शैलेश उपाध्याय लड़ेंगे चुनाव
रिपोर्ट: राहुल यादव
प्रयागराज। जिले की राजनीति में इस बार नया मोड़ देखने को मिल रहा है। मेजा तहसील के मांडा द्वितीय वार्ड (न्याय पंचायत दिघिया) से हाई कोर्ट के तेज-तर्रार अधिवक्ता शैलेश उपाध्याय ने जिला पंचायत सदस्य पद पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उनके मैदान में उतरने से अन्य प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। शैलेश उपाध्याय, मूल रूप से मांडा क्षेत्र के आंधी गांव के निवासी हैं और लंबे समय से इलाहाबाद हाई कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। उन्होंने कई बड़े मामलों में अपनी पैनी दलीलों से ऐतिहासिक पहचान बनाई है।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राजनीति में आने का उनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ जन सेवा है। उन्होंने कहा कि आज भी गांवों में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है। नालियां जाम हैं, गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है और लोग तरह-तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं।
अधिवक्ता शैलेश उपाध्याय ने साफ कहा कि यदि जनता ने उन्हें सेवा का अवसर दिया तो क्षेत्र में स्वच्छता और विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने बताया कि सूबे की योगी सरकार गांव-गांव को स्वच्छता अभियान से जोड़ रही है, लेकिन स्थानीय स्तर पर लापरवाही के कारण इसका लाभ ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रहा है।शैलेश उपाध्याय ने भरोसा दिलाया कि जनता का समर्थन मिलने पर वे मांडा क्षेत्र को न केवल गंदगी से मुक्त कराएंगे, बल्कि सड़क, नाली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करके विकास की नई तस्वीर पेश करेंगे।
