रक्षाबंधन पर भाई-बहन के रिश्ते में बंधी डोर, जनवार गाँव में छाया उल्लास
अतुल तिवारी की रिपोर्ट: लाइव न्यूज़ एक्सप्रेस
मेजारोड:प्रयागराज! भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व आज मेजारोड जनवार गाँव में बड़े उत्साह और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। सुबह से ही गाँव में त्योहार की रौनक देखने लायक थी। घर-घर में महिलाएँ और बच्चियाँ रंग-बिरंगे परिधानों में सज-धजकर तैयार हो गईं। बहनों ने पूजा की थाली में रोली, चावल, राखी और मिठाई सजाई और अपने भाइयों की लंबी उम्र, खुशहाली और सुरक्षा की कामना की।
गाँव के शुभ तिवारी और अर्पित तिवारी की कलाई पर उनकी बहनें निशि तिवारी और मानवी तिवारी ने प्रेमपूर्वक राखी बांधी, माथे पर तिलक लगाया और मिठाई खिलाकर त्योहार की खुशियाँ साझा कीं। भाइयों ने भी बहनों को उपहार देकर जीवनभर रक्षा करने का वचन दोहराया। इस भावुक पल में परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे और वातावरण प्रेम व अपनापन से भर गया।
गाँव के अन्य घरों में भी भाई-बहन के रिश्ते को मनाने के लिए विशेष तैयारी की गई। कहीं बहनें भाइयों को आरती उतार रही थीं, तो कहीं हँसी-मजाक के साथ उपहारों का आदान-प्रदान हो रहा था। बच्चों में उत्साह इतना था कि वे सुबह से ही राखी और मिठाई के इंतजार में थे।
गाँव के बुजुर्गों ने इस अवसर पर कहा कि रक्षाबंधन सिर्फ एक धागा बांधने का रीति-रिवाज नहीं है, बल्कि यह विश्वास, प्रेम और सुरक्षा का अटूट बंधन है। यह त्योहार परिवार और समाज में आपसी प्रेम और एकता का संदेश देता है।
शाम होते-होते पूरे गाँव में मिठाइयों की खुशबू और रिश्तों की गर्माहट का माहौल छा गया। हर चेहरे पर मुस्कान और दिल में अपनों के लिए प्रेम की भावना झलक रही थी। रक्षाबंधन का यह पर्व जनवार गाँव में भाई-बहन के रिश्ते को और गहरा कर गया और आने वाले वर्षों के लिए नई यादें छोड़ गया।