महिला की हत्या का खुलासा, मांडा जंगल में मिला कंकाल,मौलाना और ननद गिरफ्तार
लेखक: लाइव न्यूज़ एक्सप्रेस प्रयागराज
प्रयागराज/मेजा: चार महीने पहले रहस्यमय ढंग से लापता हुई महिला की गुत्थी अब सुलझ गई है। मेजा की रहने वाली 45 वर्षीय महिला अलिमा देवी का कंकाल मांडा के जंगल में मिलने के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में महिला की ममेरी ननद और एक मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है।जानकारी के मुताबिक, अलिमा देवी पिछले मार्च महीने में अचानक लापता हो गई थीं। उसका पति गुलुशाह ने पत्नी की गुमशुदगी और अपहरण की आशंका जताते हुए मेजा थाने में केस दर्ज कराया था। चार महीने तक जांच चलती रही लेकिन सुराग नहीं मिला।
मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल से फूटा राज
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल खंगाली तो पता चला कि अलिमा की ममेरी बहन गुफराना और एक मौलाना अंसारी निषाद बार-बार अलिमा के संपर्क में थे। मौलाना झाड़फूंक के बहाने अक्सर अलिमा के घर आता था। जांच में सामने आया कि मौलाना और गुफराना के बीच करीबी संबंध थे और उन्होंने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
पत्थर से कुचलकर की गई निर्मम हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अलिमा को ममेरी ननद बहाने से जंगल में ले गई, जहां मौलाना पहले से मौजूद था। वहां दोनों ने मिलकर अलिमा की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी और शव को झाड़ियों में फेंक दिया।
कंकाल मिलने के बाद सनसनी
हाल ही में मांडा के जंगल में एक कंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई। जांच के बाद उसकी शिनाख्त अलिमा के रूप में हुई। पति गुलुशाह ने उसके कपड़ों से पहचान की।
हत्या का कारण: शक और संबंधों की दरार
पुलिस की मानें तो मौलाना और गुफराना के बीच लंबे समय से अवैध संबंध थे, और अलिमा इसके बारे में जान गई थी। उसने मौलाना से दूरी बनानी शुरू की, जिससे दोनों आरोपी डर गए कि वह सबको बता देगी। इसी डर से उन्होंने उसकी हत्या की साजिश रची।
डीएसपी विवेक यादव ने बताया
“जांच में सामने आया कि महिला को विश्वास में लेकर मांडा जंगल में ले जाया गया और वहीं हत्या कर शव छिपा दिया गया। दोनों आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं।”