ड्यूटी से लौटते वक्त हुआ हादसा, 20 दिन बाद आई बुरी खबर
मांडा, प्रयागराज — प्रयागराज कमिश्नरेट के अंतर्गत मांडा थाना क्षेत्र में तैनात सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र प्रताप सिंह की इलाज के दौरान पीजीआई लखनऊ में शनिवार को मौत हो गई। 20 दिन पहले एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए वीरेंद्र सिंह जिंदगी और मौत से संघर्ष करते रहे, लेकिन अंततः जिंदगी की जंग हार गए।
जानकारी के अनुसार, वीरेंद्र प्रताप सिंह मांडा थाने से ड्यूटी समाप्त कर अपने आवास लौट रहे थे, तभी एक अज्ञात डंपर ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि वे मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें पहले प्रयागराज में प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (PGI) रेफर किया गया, जहां वे बीते कुछ हफ्तों से वेंटिलेटर पर थे।
वीरेंद्र प्रताप सिंह मूल रूप से देवरिया जिले के निवासी थे और लंबे समय से प्रयागराज कमिश्नरेट में सेवा दे रहे थे। उनके निधन की खबर सुनते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। मांडा थाने के साथी पुलिसकर्मी भी गमगीन हो उठे। पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। दरोगा के निधन से पूरा परिवार सदमे में है। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। समाज और पुलिस विभाग में उन्हें एक कर्मठ, ईमानदार और शांत स्वभाव वाले अधिकारी के रूप में जाना जाता था।
स्थानीय लोगों और थाने के कर्मचारियों ने सरकार से मांग की है कि वीरेंद्र प्रताप सिंह के परिवार को आर्थिक सहायता और उनके बच्चों को सरकारी नौकरी में समुचित मदद दी जाए, ताकि शोकग्रस्त परिवार को संबल मिल सके।
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