विद्यालय मर्जर के विरोध में छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च, सरकार को दी चेतावनी
लेखक: संपादकीय टीम Live News Express
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के 27,764 प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज (विलय) किए जाने के फैसले के खिलाफ प्रयागराज में छात्रों का विरोध तेज हो गया है। मंगलवार रात सलोरी के शुक्ला मार्केट में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने एक विशाल प्रदर्शन, महाजुलूस और कैंडल मार्च निकाला। छात्रों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
यह कैंडल मार्च इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रमुख महासचिव आशुतोष मौर्य के नेतृत्व में आयोजित किया गया। शुक्ला मार्केट से शुरू हुआ यह मार्च नारेबाजी करते हुए ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज तक पहुंचा। छात्र नेताओं ने सरकार से मांग की कि प्राथमिक विद्यालयों का मर्जर तुरंत रोका जाए, क्योंकि इसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा पर पड़ेगा।
प्रमुख महासचिव आशुतोष मौर्य ने कहा कि “सरकार की मनमानी नहीं चलेगी। एक ओर सरकारें शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करती हैं, वहीं भाजपा सरकार शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने में लगी है।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया, तो छात्र सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
वहीं समाजवादी पार्टी के नेता इंजीनियर विकास मौर्य ने भी मर्जर के फैसले को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “शिक्षा विकास की कुंजी है, लेकिन सरकार नहीं चाहती कि जनता पढ़े और आगे बढ़े। पढ़ेगा बच्चा तभी तो बढ़ेगा बच्चा।” उन्होंने कहा कि मर्जर व्यवस्था से गरीब बच्चों की शिक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा और यह निर्णय रद्द किया जाना चाहिए।
छात्र नेता प्रभात कुमार ने भी कहा कि “विद्यालयों का मर्जर बच्चों की शिक्षा को नुकसान पहुंचाएगा। सरकार को इस फैसले को रद्द करना ही होगा।”
इस प्रदर्शन में अजय यादव सम्राट, अभिषेक यादव, सतेंद्र मौर्य, प्रियांशु रंजन, विकास यादव, शिवम यादव, प्रज्वल कुमार, चंद्रकांत पाल सहित बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।