गला घोटू बीमारी का कहर, मर रहे हैं पालतू पशु
मेजा प्रयागराज: प्रयागराज जिले के मेजा तहसील के कोहड़ार क्षेत्र में पालतू पशुओं में तेजी से गला घोटू नाम की खतरनाक बीमारी फैल रही है। इस बीमारी की चपेट में आने के बाद पशु 24 घंटे के अंदर ही मर जा रहे हैं। इससे किसानों और पशुपालकों में भारी चिंता है।
ग्राम ममोली निवासी सूर्य मणि शुक्ला ने बताया कि उनकी तीन साल की पड़िया इस बीमारी से बीमार हो गई थी। इलाज कराने के बावजूद उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि आस-पास के कई गांवों में भी यह बीमारी फैल रही है।
धरावल गांव के रमेश मिश्रा ने कहा कि उनके गांव में भी कई पशु बीमार हैं और कुछ की जान भी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि बीमारी इतनी तेजी से फैल रही है कि लोगों को समझ ही नहीं आ रहा कि क्या करें।
क्या है गला घोटू बीमारी?
गला घोटू (जिसे वैज्ञानिक भाषा में हेमोरेजिक सेप्टिसीमिया कहा जाता है) एक खतरनाक बैक्टीरियल बीमारी है जो खासकर बरसात के मौसम में फैलती है। इसके लक्षणों में गले में सूजन, बुखार, सांस लेने में दिक्कत और खाना न खाना शामिल है। समय पर इलाज न हो तो जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
पशुपालकों की मांग:
इलाके के लोगों ने पशुपालन विभाग से मांग की है कि गांवों में तुरंत टीकाकरण और इलाज की व्यवस्था की जाए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अब तक कोई डॉक्टर या अधिकारी मौके पर नहीं आया है।
लोगों में डर और चिंता:
तेजी से फैलती बीमारी और लगातार हो रही मौतों के कारण ग्रामीण काफी डरे हुए हैं। जिनके घरों में एक ही पशु है, उनका नुकसान बहुत बड़ा है, क्योंकि यही उनकी कमाई और जीविका का साधन होते हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द टीकाकरण अभियान चलाया जाए ताकि और नुकसान न हो।