गंगा का जलस्तर घटा, घाटों पर कीचड़ से आवागमन में बढ़ी दिक्कतें
लेखक:राजेश गौड़ कंटेंट राइटर लाइव न्यूज़ एक्सप्रेस
मेजा, प्रयागराज।गंगा नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे घटने लगा है, लेकिन इसके साथ ही घाट किनारे जमा हो रही कीचड़ ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। मेजा क्षेत्र के मदरा टेला गंगा घाट पर स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है। बाढ़ के कारण आर-पार यात्रा करने वालों के लिए स्टीमर ही एकमात्र सहारा है, लेकिन घाट तक पहुँच पाना अब चुनौती बन गया है।स्थानीय लोगों के अनुसार, जैसे-जैसे पानी उतर रहा है, घाट पर कीचड़ की परत मोटी होती जा रही है। इससे राहगीरों का फिसलना आम बात हो गई है और कई लोग चोटिल भी हो चुके हैं। खासकर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को गंगा पार करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय प्रशासन की अनदेखी:
लोगों का आरोप है कि घाट की सफाई या कीचड़ हटाने के लिए अभी तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। ना तो कोई चौकीदार तैनात है और ना ही किसी तरह की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इससे दैनिक यात्री, किसान और ग्रामीण बेहद परेशान हैं।
जलस्तर घटने से और बिगड़ सकती है स्थिति
गंगा का जलस्तर जैसे-जैसे और घटेगा, कीचड़ का फैलाव और अधिक होगा। ऐसे में अगर समय रहते सफाई और आवागमन की व्यवस्था नहीं की गई, तो संक्रमण और दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ सकता है।
स्थानीय लोगों की मांग:
ग्रामीणों और स्थानीय नाविकों ने प्रशासन से मांग की है कि घाटों की साफ-सफाई जल्द से जल्द कराई जाए, साथ ही वैकल्पिक रास्तों और सुरक्षित चढ़ाव की व्यवस्था की जाए, जिससे लोग सुरक्षित ढंग से गंगा आर-पार जा सकें।
