जीजा बना हैवान: किशोरी से किया दुष्कर्म, गर्भवती होने पर कराया प्रसव... नवजात शिशु का चार लाख में किया सौदा

प्रयागराज/उत्तर प्रदेश(पियुष मिश्रा)


सितंबर माह में किशोरी के पेट दर्द की शिकायत पर उसका एक अन्य जीजा दरहा गांव के झोलाछाप संदीप सरोज के पास ले गया। यहां बताया गया कि प्रसव का समय पूरा हो चुका है। अस्पताल संचालक डॉ. आशीष मिश्रा ने पीड़ित परिवार से 14 हजार लेने के बाद प्रसव कराया।जन्म के बाद अस्पताल में किलकारी मार रहे बच्चे को तीन महीने बाद मां की गोद नसीब हुई। दुष्कर्म की शिकार एक मनोरोगी किशोरी ने उसे जन्म दिया था। आरोपियों ने धोखे से उसे बेचने की कोशिश की। मामला खुला तो बाल कल्याण समिति सक्रिय हुई। अब बच्चा मां की गोद में है। आरोपियों पर केस भी दर्ज हो गया है।सरायअकिल कोतवाली के महंगूपुर निवासी आरोपी की ससुराल चरवा कोतवाली इलाके के एक गांव में है। करीब साल भर पहले उसने अपनी मनोरोगी साली (14) के साथ दुष्कर्म किया। कुछ महीनों बाद किशोरी में शारीरिक परिवर्तन हुआ तो उसे गर्भ ठहरने का शक हुआ। इसके बाद वह भाग गया।सितंबर माह में किशोरी के पेट दर्द की शिकायत पर उसका एक अन्य जीजा दरहा गांव के झोलाछाप संदीप सरोज के पास ले गया। झोलाछाप किशोरी को लेकर जनता पॉली क्लीनिक जयंतीपुर सरायअकिल ले गया। यहां बताया गया कि प्रसव का समय पूरा हो चुका है। अस्पताल संचालक डॉ. आशीष मिश्रा ने पीड़ित परिवार से 14 हजार लेने के बाद प्रसव कराया।


इसके बाद शिशु को किशोरी को देने के बजाय एक वार्ड आया को दे दिया गया। पिछले दिनों अफवाह फैली कि शिशु को चार लाख में एक निसंतान दंपती को बेचा जा रहा है। इसे लेकर हल्ला मचा तो प्रकरण बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कमलेश चंद्र के संज्ञान में आया। उन्होंने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के आरोपी, झोलाछाप व चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। थानाध्यक्ष बलराम सिंह का कहना है प्रकरण करीब तीन महीने पुराना है। शिशु को बाल कल्याण समिति के निर्देश पर उसकी मां को सौंपा गया है।
घटना के आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। - बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी

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