स्वतंत्रता सेनानी त्रिभुवन नाथ द्विवेदी के परिवार में शोक, पौत्रवधू पूनम द्विवेदी का लंबी बीमारी के बाद निधन
लेखक: कुमार सत्यम गौड़ ग्रुप एडिटर
मेजा, प्रयागराज। सोरांव गाँव के मूल निवासी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी त्रिभुवन नाथ द्विवेदी, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ आज़ादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी और जेल भी गए थे, के परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके पुत्र त्रिवेणी शंकर द्विवेदी के पुत्र पंकज द्विवेदी की पत्नी पूनम द्विवेदी का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। जानकारी के अनुसार, पूनम द्विवेदी पिछले कई महीनों से गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। उनका इलाज प्रयागराज शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा था, जहां चिकित्सकों की देखरेख में उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जा रही थी। बावजूद इसके, उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका और बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। दिवंगत पूनम द्विवेदी के निधन की खबर मिलते ही परिजनों, रिश्तेदारों और ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई। बृहस्पतिवार को उनका दाह संस्कार सिरसा के छतवा घाट पर किया जाएगा, जहां अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटने की संभावना है। ग्रामीणों ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवार को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करें।
गौरतलब है कि त्रिभुवन नाथ द्विवेदी न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी थे बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में भी सक्रिय भूमिका निभाते रहे। वे सोरांव गाँव की रामलीला कमेटी के डायरेक्टर थे और मंच पर नारदमुनि का किरदार निभाकर वर्षों से लोगों का मनोरंजन व धार्मिक जागरूकता बढ़ाते रहे। आज उनके परिवार के इस दुखद समाचार ने पूरे क्षेत्र को भावुक कर दिया है।