लोटाढ़ में चेहल्लुम पर निकाला गया भव्य ताजिया जुलूस
लेखक: राजेश कुमार गौड़ सीनियर एडिटर
मेजा, प्रयागराज। शुक्रवार को लोटाढ़ गांव में चेहल्लुम के मौके पर अकीदतमंदों ने बड़े हर्षोल्लास और अनुशासन के साथ ताजिया जुलूस निकाला। ताजिया जुलूस इमाम हुसैन चौक से शुरू होकर लोटाढ़ बाजार रोड होते हुए जरार के पुरवा गांव के मैदान तक पहुँचा, जहाँ यह संपन्न हुआ। इस दौरान लोटाढ़, जरार, उसकी, चमनगंज और पुरवा गांव के ताजिए एक साथ मिलकर विशाल जुलूस का रूप ले लिया। जुलूस में शामिल युवाओं ने विभिन्न प्रकार के करतब दिखाए, लाठियां भांजीं और ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच “या हुसैन” के नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। हाथों में तिरंगा लिए लोग इमाम हुसैन की शहादत को याद करते आगे बढ़ते रहे। मोहम्मद उस्ताद और मोहम्मद हुसनैन ने बताया कि मुहर्रम त्याग और बलिदान का पर्व है। हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों ने कर्बला में शहादत देकर इस्लाम की असल सच्चाई को बचाने का काम किया था। उनकी शहादत के चालीसवें दिन चेहल्लुम मनाया जाता है।
वरिष्ठ समाजसेवी सनवर अली ने कहा कि “अजादारी और मातम असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है।” वहीं समाजसेवी फिरोज अहमद ने कहा कि “कत्ल-ए-हुसैन अस्ल में मरग-ए-यजीद है, इस्लाम हर कर्बला के बाद जिंदा होता है।” ताजिया जुलूस के बाद मेले में श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की और मिष्ठान्नों का आनंद लिया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना प्रभारी मेजा दीनदयाल सिंह और चौकी प्रभारी मेजारोड सुधीर कुमार पांडेय पुलिस बल के साथ मुस्तैद रहे।
इस अवसर पर मैफूज अली, मोहम्मद नूर आलम, सनवर अली, मेराज अली, जब्बार अली, अवधेश सिंह, अच्छन अली, मोहम्मद श्यामूल हक, मोहम्मद वहीद, मोहम्मद जियाउल, माशूक अली, मोहम्मद मुकीम, मोहम्मद अरशद, प्रधान प्रतिनिधि मुलायम यादव, पूर्व प्रधान ज्ञानचंद वर्मा, फिरोज अहमद (कोटहा), अंसार अहमद सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।