सोरांव/मेजारोड प्रयागराज(पियुष मिश्रा)
मेजारोड स्टेशन की पुरानी कच्ची मार्ग पर स्थित एक पुराना शिव मंदिर है जहाँ की वर्षो से नशेड़ियों का अड्डा बना हुआ है किसी की रोक-टोक न होने से नशेड़ी बेफिक्र होकर यहां बैठ कर नशा करते हैं। और जुआ खेलते हैं बता दें अब पुराने शिव मंदिर में पड़ी शराब की खाली बोतलें, सिगरेट व बीड़ी के बचे अवशेष और माचिस की तिलियां पड़ी नजर आती हैं। इस मंदिर के निकट ही ग्रामीणों के भवन बने हुए हैं। पुराने शिव मंदिर में नशेड़ियों का जमावड़ा लगने से आवासीय भवनों में रहने वाले कर्मचारियों व उनके परिजनों को परेशानी होती है। प्रशासन द्वारा पुराने शिव मंदिर की जगह को सदुपयोग में आने को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बतादे शहर में युवा पीढ़ी के नशे की जद में आने के बाद से अपराधों इजाफा हो रहा है। युवा विभिन्न माध्यमों से नशा कर जरायम की दुनिया में कदम रख रहे हैं। पिछले दो सालों के पुलिस आंकड़ों पर गौर किया जाए तो रोड होल्डअप से लेकर मर्डर तक में युवा अहम रोल में देखे गए हैं। चोरी, डकैती, लूटपाट आदि करना मानों उनका शौक बन गया हो। इन वारदातों में सबसे ज्यादा युवा वर्ग के आरोपी थे। नशे का सबसे आसान तरीका फ्लूड है। युवा हाथ पर या फिर रुमाल पर व्हाइटनर यानी फ्लूड लगाकर उसे सूंघते हैं। नशे जद में केवल युवक ही नहीं, बल्कि किशोर भी आदी हो चुके हैं।