प्रयागराज : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन महत्वपूर्ण बैठकों में से एक अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक इस बार उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 16 से 19 अक्टूबर तक होगी।
बैठक में आरएसएस के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी सह सरकार्यवाह सहित संघ के सभी अखिल भारतीय अधिकारी, प्रांत के संघचालक, कार्यवाह व प्रचारक एवं उनके सहयोगी और क्षेत्र के संघचालक, कार्यवाह और प्रचारक व उनके सहयोगी भाग लेंगे। कई अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
अब तक तीन दिनों तक अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक होती थी। इस बार बैठक को चार दिनों का कर दिया गया। मुख्य बैठक से एक दिन पहले और बाद में तीन दिनों तक अलग-अलग बैठकें होंगी। इस कारण संघ प्रमुख डा. मोहन भागवत व सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले 14 से 22 अक्टूबर तक प्रयागराज में रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर चल रहे शाखा विस्तार पर विशेष चर्चा हो सकती है। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, सामाजिक समरसता, जैविक खेती जैसे विषयों पर अभी संघ का विशेष जोर है। सरसंघचालक मोहन भागवत ने सभी स्वयंसेवकों से आह्वान किया है कि पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए विशेष रूप से काम करें। इस बैठक में इन कार्यों की विशेष रूप से समीक्षा होगी।
संघ अपने शताब्दी वर्ष 2025 तक देश के सभी मंडलों में शाखा प्रारंभ करने की योजना पर काम कर रहा है। इसके लिए शताब्दी विस्तारक निकल रहे हैं। संघ ने सभी मंडलों व शहर के सभी नगरों में शताब्दी विस्तारक भेजने की योजना बनाई है। जैसे-जैसे स्वयंसेवक विस्तारक के लिए समय दे रहे हैं, उनको कार्य विस्तार के लिए मंडलों और नगरों में भेजा जा रहा है। संघ ने स्वयंसेवकों से दो वर्ष के लिए समय मांगा है। अक्टूबर तक कितने शताब्दी विस्तारक निकले, कितने मंडलों तक काम पहुंचा, इस पर अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में विस्तृत चर्चा होगी और आगे की रणनीति भी बनाई जाएगी। इसके साथ ही बैठक में मार्च में हुई प्रतिनिधि सभा की बैठक से लेकर अक्टूबर तक हुए कामों पर चर्चा होगी।
Tags
प्रयागराज