लेखपाल, कानूनगो की उदासीनता से विकास कार्य ठप धरमपुर में चकमार्ग की पैमाइश नही होने से इंटरलॉकिंग रोड का निर्माण अवरुद्ध उपजिलाधिकारी मेजा के आदेश का नहीं हो रहा अमल
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मेजा प्रयागराज। सूबे की योगी सरकार की विकास योजनाएँ राजस्व कर्मियों की लापरवाही के चलते दम तोड़ रही हैं। ऐसा ही एक प्रकरण विकास क्षेत्र उरुवा के धरमपुर ग्राम पंचायत का है, जहाँ पर चकमार्ग की पैमाइश नहीं होने से इण्टरलाकिंग रोड का निर्माण अवरुद्ध है। बीडीसी शिव कमलेश बिन्द ने बताया कि उनके द्वारा स्वयं तथा धरमपुर ग्राम पंचायत की प्रधान रेखा देवी द्वारा चकमार्ग संख्या-70, जो धरमपुर के कैलाशी का पूरा मजरा में स्थित है, की पैमाइश और सीमांकन के लिये उपजिलाधिकारी मेजा को कई प्रार्थना पत्र दिया गया है, जिसके सापेक्ष एसडीएम द्वारा राजस्व निरीक्षक शुक्लपुर और हल्का लेखपाल जेवनियाँ को उक्त चकमार्ग की पैमाइश व सीमांकन के लिए कई आदेश जारी किये हैं लेकिन मातहतों द्वारा अभी तक अमल नहीं किया गया है।
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बता दें कि धरमपुर में दमरी का पूरा और कैलाशी का पूरा दो ऐसे मजरे हैं, जहाँ केवल पिछड़ी जाति के लोग रहते हैं। आज तक ये दोनों मजरे मुख्य मार्ग से नहीं जुड़़ पाये हैं। इसी मजरे में बीडीसी का घर भी है। ये मजरे अभी तक विकास कार्य से अछूते हैं। आवागमन के लिये पक्के रास्ते का अभाव है। वर्तमान प्रधान से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। प्रधान और बीडीसी ने मिलकर समस्या को प्रमुख, क्षेत्र पंचायत उरुवा के समक्ष रखी, जिसके चलते क्षेत्र पंचायत निधि से लगभग 225मीटर इण्टरलाकिंग रोड कैलाशी का पूरा मजरा धरमपुर के लिये स्वीकृत हुआ है। लेकिन क्षेत्रीय कानूनगो राजकुमार सोनकर और लेखपाल ताहिर हुसैन की उदासीनता के चलते अभी तक चकमार्ग की पैमाइश और सीमांकन नहीं हो सका जिसके चलते अबतक इण्टरलाकिंग रोड का निर्माण शुरु नहीं किया जा सका है। इससे ग्रामीणों में तहसील प्रशासन के प्रति गहरी नाराजगी है।
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