पैसा तो नही मग़र आज जो सम्मान मिला कभी भूल नही पाऊंगी- सोमवारी देवी

  

पांच दशकों के बाद आज जो सम्मान मिला है, मैं कभी भूल नही पाऊंगी-सोमवारी देवी(दाई)

पांच दशकों से रही दाई सोमवारी देवी ने फीता काट कर  मुख्यद्वार का किया उद्धघाटन



मेजा, प्रयागराज उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रथम सोरांव, मेजारोड में 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर  फहराया गया तिरंगा, सोरांव ग्राम प्रधान कुसुम देवी ने तिरंगा फहरा कर क्षेत्र वासियोंको बधाई दी। इस  गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर प्राथमिक विद्यालय के बने गेट का भी भव्य उद्धघाटन हुवा।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की पांच दशकों तक दाई रहीं सोमवारी देवी पत्नी स्वर्गीय गंगाराम गौड़ ने विद्यालय के नवनिर्मित मुख्य गेट का फीता काटकर उद्घाटन किया।  इस अवसर पर दाई सोमवारी देवी गौड़ ने बताया कि अपने समय मे  लगभग पच्चास साल पहले बच्चों को खाने के लिए दरिया  बनवाया जाता था,





उस वक्त  विद्यालय में   बच्चों को  दरिया बना कर खिलाती थी, और स्कूल से काफी दूरी पर  कुंवे से पानी ला कर बच्चों को व विद्यालय के अध्यापकों को पिलाती थी। और तो और मैंने उस दशक में  स्कूल के बच्चों  को अपने बच्चों की तरह प्यार दिया, सोमवारी देवी ने आगे बताते हुए कहा कि, आज वही बच्चें कॉफ़ी बड़े हो गए होंगे जिन्हें मैं इस अवस्था में पहचान ही नही पाती, मगर कभी वही बच्चें मुझेसे मिलते है। तो वे मुझे पहचान लेते है। और जब मुझ से बात करते हुए बड़े प्यार से बोलते है कि दाई तू हमार पचे क बहुत सेवा करे हाऊ बहुत दरिया खियाये हाऊ, भगवान कराई तू हमेसा स्वस्थ रहा। जब वह बच्चे आज मुझसे ऐसी बात करते है। तो मुझे बहुत ख़ुसी होती है। दाई ने बताया कि मैं विद्यालय में  कोई सरकारी कर्मचारी नही थी।  मगर पता नही क्यू मुझे उन बच्चों से एक अलग लगाओ सा हो गया था। मुझे पैसो से बढ़ कर बच्चों की सेवा करने की चाह थी,





मैं भगवान से यही प्रार्थना करूंगी की है ईश्वर मेरे उन सभी बच्चों को हमेसा ऐसे ही खुस रखें। आगे उन्होंने बताया कि आज गाँव के प्रधान बहु कुसुम देवी के द्वारा जो सम्मान मिला,  मुझे ऐसा प्रतीत होरहा है। जैसे मुझे  दुनिया की सारी दौलत मिल गई हो। आज मेरे जीवन का सब से हसीन पल है। आज मुझे व मेरे परिवार को जो सम्मान मिला है। मैं कभी भूल नही पाऊंगी।
तत्पश्चात ग्राम प्रधान कुसुम देवी पत्नी शशिकांत शुक्ला ने ध्वजारोहण कर उपस्थित अध्यापकों, छात्रों व ग्रामीणों को शुभकामनाएं दीं। प्राथमिक विद्यालय मेजारोड की अध्यापिकाओं ने "वह शक्ति हमें दो दयानिधे कर्तव्य मार्ग पर.."  दैनिक प्रार्थना कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने "देश मेरा रंगीला"  जैसे तमाम देश भक्ति गाने पर डांस कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रधान कुसुम देवी ने विद्यालय में खाना बनाने वाली  महिलाओं  रसोइयों  का भी  सम्मान किया, विद्यालय में बच्चों का खाना  बनाने वाली महिलाओं को माला पहनाकर उन्हें अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया,




बता दे कि प्राथमिक विद्यालय कक्षा सात  का छात्र अनुराग प्रजापति ने अंग्रेजी में  स्पीच देकर लोगों को चौंका दिया। क्यों कि बहुत कम ही सरकारी विद्यालय के छात्र को ऐसा फ़र्राटे दार अंग्रेजी में स्पीच देते देखे होंगे।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सरस्वती देवी ने  कहा कि हमारा विद्यालय  किसी प्राइवेट इंग्लिश विद्यालय से कम नही है।  उन्होंने आगे बात करते हुए कार्यक्रम में आये बच्चों के  अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चे देश का भविष्य है, इन्हें सजाने संवारने की जिम्मेदारी उनके गुरुओं की होती है। इसलिए मैं अपील करती हूं कि अपने बच्चों को विद्यालय में भेजने के लिए प्रेरित करते रहें, क्योंकि यह बच्चे ही कल के भविष्य हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ग्राम विकास अधिकारी बृजेश दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि हम लोग अपना अधिकार तो देखते हैं लेकिन अपना कर्तव्य नहीं देखते हैं।

अगर सभी लोग अपने कर्तव्य का पालन करें तो  वह दिक्कतें नहीं होंगी सरकार ने तमाम योजनाएं सरकारी स्कूलों के लिए चला रखी है, लेकिन फिर भी लोग प्राइवेट स्कूलों पर ज्यादा भरोसा देते हैं, सच तो यह भी है कि क्षेत्र में ज़्यादा    प्राइवेट विद्यालयों में   इंटर पास ही टीचर देखने को मिलते है। तर अगर आप अपना पूर्ण सहयोग करें जिस तरीके से सरकार स्कूलों के लिए कर रही है अगर अभिभावक इस तरीके का निर्वहन करें तो आपके बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ध्वजारोहण व मुख्यद्वार उद्घघाटन में  विद्यालय के सभी  अध्यापक व अध्यापिका मौजूद रहे


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने