गरीबो असहायों के प्रति मेजा पुलिस का ऐसा बर्ताव क्यो

गरीब  असहायों के प्रति मेजा पुलिस का ऐसा ब्यवहार क्यों

मेजा/प्रयागराज
मेजा थाना क्षेत्र के लेहडी गाँव मे कुछ दिन पहले एक छात्रा को उसके घर से अगवाह कर लिया गया था।  यह ख़बर  लोगो मे आग की तरह फैल गई। परिजनों ने इसकी शिकायत  मेजा थाने पर करनी चाही। मगर मेजा थाने पर लाचार पिता की गुहार नही सुनी गई, छात्रा के पिता अपनी बच्ची के खोज में इधर उधर भटकता रहा, प्रशासन से गुहार लगाई मग़र उसे वहां से भी धक्के मार कर निकाल दिया गया।  पिता के बयान के मुताबित बताया कि बच्ची के अपहरण की शिकायत करने जब थाने पहुंचा तो। थाने पर उसकी एक भी नही सुनी गई।आखिर उस लाचार पिता का कसूर सिर्फ़ इतना था की, वह एक गरीब व साधारण  परिवार से है। अगर यही घटना किसी नेताओं के घर की होती तो पूरा प्रसाशन उंगलियों पर नाचता और एक या दो घण्टो में अपहरणकर्ता जेल में होते, मगर गरीबों के लिए पुलिस का बर्ताव किसी महाराजाओ से कम नही है।


गरीबो को जमीन का कीड़ा मकौड़ा समझने वाले पुलिस के ख़िलाफ़ भी कड़ी कार्यवाही होनी अतिआवश्यक है। नही तो ऐसे पुलिस वालों के बदौलत  पब्लिक और पुलिस के  बिच कभी अच्छी सोंच कैसे हो सकती है। आप को बता दे कि पिछले चार दिनों से एक साधारण परिवार मे मातम का माहौल बना है, और हो भी क्यों न आख़िर किसी की बेटियों को कोई अपराधी अगवाह कर ले तो आख़िर क्या गुज़रेगी उस परिवार  के ऊपर।
फ़िलहाल क्षेत्रीय नेता बाबा तिवारी ने इस  असहाय परिवार के लिए हाँथ बढ़ाया और खड़े हुए। बाबा तिवारी ने  मेजा थाने पर जा कर  फ़टकार लगते हुए,  छात्रा के पिता के मुताबिक अज्ञातों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ करवाया। आज  पूरा मेजा इस परिवार के लिए एकजुट हो गया है, और आज मेजा के  NH 76 उरुवा चौराहे पर  परिजनों संघ मेजा के सभी समाज के लोग चक्काजाम कर  प्रसाशन के ख़िलाफ़ नारेबाजी की, और चौबीस घण्टे के अंदर छात्रा को सकुशल घर वापसी व अपहरणकर्ताओं के ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी।  एसपी यमुनापार   के  आस्वाशन पर चक्का जाम  हटाया गया। एसपी यमुनापार का आश्वासन जल्द ही अपहरणकर्ता जेल में होंगे।

मेजा से कुमार सत्यम गौड़ की रिपोर्ट

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