मेजारोड रेलवे स्टेशन पर गिट्टी और बालू का ढेर बना खतरा, रेलवे प्रशासन बेखबर
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मेजारोड रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर पड़ा बालू गिट्टी का ढेर |
प्रयागराज, मेजारोड(लाइव न्यूज़ एक्सप्रेस)
मेजारोड रेलवे स्टेशन पर वर्षों से गिट्टी और बालू का ढेर जमा है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्टेशन परिसर के भीतर, खासतौर से प्लेटफार्म के किनारों पर बड़े पैमाने पर गिट्टी और बालू फैली हुई है। यह सामान रेलवे द्वारा किसी पुराने निर्माण कार्य के लिए मंगाया गया था या स्थानीय ठेकेदारों द्वारा छोड़ा गया है, लेकिन वर्षों बीतने के बाद भी इसे हटाने की कोई पहल नहीं की गई है।
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स्थानीय यात्रियों और ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थिति सालों से बनी हुई है। प्लेटफार्म पर चढ़ते या ट्रेन पकड़ते समय यात्रियों को कई बार गिरने की नौबत आ चुकी है। बालू की वजह से प्लेटफॉर्म फिसलन भरा हो गया है, और खासकर बारिश के मौसम में इसका खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
रेलवे प्रशासन की लापरवाही उजागर
इस मामले में जब कुछ यात्रियों ने रेलवे अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें केवल आश्वासन ही मिला। रेलवे के अधीनस्थ कर्मचारियों का कहना है कि "ऊपर से कोई आदेश नहीं है", इसलिए ढेर को हटाने की कार्यवाही नहीं हो रही है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब यात्रियों की जान जोखिम में हो, तो क्या रेलवे को कार्यवाही के लिए आदेशों का इंतजार करना चाहिए?
रोजाना सैकड़ों यात्री करते हैं उपयोग
मेजारोड स्टेशन से प्रतिदिन सैकड़ो ग्रामीण यात्री अप-डाउन करते हैं। छात्र, किसान, व्यापारी और बुजुर्गों के लिए यह स्टेशन एक महत्वपूर्ण लाइफलाइन की तरह है। ऐसे में अगर कोई बड़ी दुर्घटना हो गई तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?
स्थानीय निवासी राजेन्द्र कुमार पांडेय ने बताया,मैं रोज इसी स्टेशन से प्रयागराज जाता हूं। कई बार बालू के कारण फिसल चुका हूं। अगर यह समय रहते नहीं हटाया गया, तो किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि स्टेशन जैसी संवेदनशील जगह पर किसी भी प्रकार की निर्माण सामग्री को लंबे समय तक रखना सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है। न सिर्फ यह यात्रियों के लिए खतरा है, बल्कि रेलवे की छवि और जिम्मेदारी पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
मेजारोड रेलवे स्टेशन पर पड़ी गिट्टी और बालू केवल एक निर्माण सामग्री नहीं है, यह एक दुर्घटना को आमंत्रण देने वाला ढेर है। रेलवे प्रशासन को चाहिए कि वह बिना देरी किए, तत्काल इस सामग्री को हटवाए और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। अगर रेलवे अब भी नहीं जागा, तो यह लापरवाही किसी दिन बड़ी अनहोनी का कारण बन सकती है।
लेख: LIVE NEWS EXPRESS टीम
स्थान: मेजा, प्रयागराज