संगम क्षेत्र में बाढ़ का खतरा, प्रशासन अलर्ट पर
प्रयागराज:(लाइव न्यूज़ एक्सप्रेसड)-उत्तर भारत में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रयागराज के संगम क्षेत्र में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है। प्रशासन ने संभावित खतरे को देखते हुए संगम तट और निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 48 घंटों में जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं।
प्रभावित इलाकों की स्थिति
नैनी, सलोरी, झूंसी, दारागंज और बेली गांव जैसे इलाके सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की सलाह दी गई है। जिला प्रशासन ने कई स्कूलों को अस्थायी राहत शिविरों में तब्दील कर दिया है।
प्रशासन की तैयारियाँ
प्रयागराज के जिलाधिकारी नवनीत सिंह बल्थर ने बताया, "हमने बाढ़ की आशंका को देखते हुए सभी जरूरी इंतजाम कर लिए हैं। नावों की व्यवस्था की गई है, मेडिकल टीम तैनात हैं और राहत सामग्री भी स्टॉक में रखी गई है।"
इसके अलावा, बिजली विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सावधानीपूर्वक बिजली की आपूर्ति बंद की जाए, ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके।
स्थानीय लोगों की चिंता
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बाढ़ हर साल आती है, लेकिन इस बार पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। कई लोग पहले ही अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में फसलें भी जलमग्न हो रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है।
सावधानी और सुझाव
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों से बचें और केवल सरकारी सूचना पर ध्यान दें। नदी किनारे या जलमग्न क्षेत्रों में न जाएं। कोई भी आपातकालीन स्थिति में टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1077 पर संपर्क करे।